भूपेश टांडिया
रायपुर 17 अगस्त 2021
विद्युत कर्मियों का धरना आज 8 दिन हो गया लेकिन अब तक किसी भी प्रकार की कोई सुध प्रदेश सरकार ने उनकी ओर नहीं ली है।
संविदा विद्युत कर्मी अपनी मांगों को लेकर आज ‘भीख मांगकर’ प्रदर्शन किया वो इसके माध्यम से प्रदेश सरकार का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया है।
उनकी मुख्य रूप से तीन मांगें हैं : संविदा विद्युत कर्मियों को नियमित किया जाए और करंट से चिपकने के बाद जो घायल हुए हैं उनकी ओर भी ध्यान देने इसके साथ ही अगर कभी भी विद्युत कर्मी खम्भे में चढ़ने से अगर किसी की मौत हो जाये तो उन्हें तत्काल नौकरी दिया जाए।
नियमितीकरण की मांग पर अड़े संविदा विदित कर्मचारी
लगभग 2500 की संख्या में पूरे प्रदेश भर में संविदा विद्युत कर्मी है जो कि अभी धरने पर बैठे हुए हैं।
प्रदेश सरकार ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मंच से यह भी घोषणा किया है कि विद्युत कर्मियों की भर्ती 1500 लोगों की करने की बात कही है, जिसका ये सभी ‘संविदा विद्युत’ कर्मचारी पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे हैं।
अब तक कोई भी नेता चाहे वह BJP के हो या कांग्रेस के अब तक इनकी ओर सुध नहीं ले रहे हैं।
अगर ये सभी विद्युत कर्मचारी जल्द ही काम पर नहीं लौटते तो विद्युत कंपनी के साथ सरकार को भी भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।