भूपेश टांडिया
रायपुर 18 सितंबर 2021
बच्चे की स्थिति की जांच डॉक्टर किंजल बक्षी, सीनियर पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजिस्ट ने की और पाया कि बच्चे को टीएपीवीसी
(एनौमलस पल्मोनरी वीनस कनैक्शन) नामक जन्मजात हृदय रोग है। यह एक दुर्लभ रोग है जो सभी जन्मजात हदय रोगों में केवल 1.5
से 3 फीसदी तक ही देखा जाता है। इस रोग के तहत फेफड़ों से आने वाला रक्त हदय के बाईं ओर के बजाय दायीं और लगता है।
इस रोग के साथ जन्म लेने वाले केवल 10 फीसदी बच्चे ही जीवन का पहला साल देख पाते हैं।
इस स्थिति का इलाज इमरजेंसी कॉम्लेक्स सर्जिकल रिपेयर है। एनएचएमएमआई की सीटीवीएस टीम ने इस सर्जरी को सफलतापूर्वक किया जिसमें डॉक्टर पीके हरी कुमार, सीनियर कार्डियोथोरेसिक सर्जन और सीनियर कार्डियक एनेस्थीसिस्ट्स डॉक्टर
राकेश कुमार चंद और डॉक्टर अरुण अन्डापन, डॉक्टर तेज कुमार वर्मा, कार्डियक सर्जन और अश्विनी कुमार, पेप[शनिस्ट शामिल थे।
योजना के तहत किया गया जिसके अंतर्गत
क्योंकि नवजात के माता पिता फीस दे पाने असमर्थ थे, इसलिए सर्जरी के सरकार
माता पिता की स्थिति को देखते हुए यह सर्जरी मुफ्त में की गई।
सर्जरी के बाद बच्चे की स्थिति में सुधार को देखते हुए सातवें दिन उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
नवीन शर्मा, फैसिलिटी डायरेक्टर, एनएचएमएमआई अस्पताल ने कहा कि एन एचएमएमआई का कार्डियक साईसेज विभाग
स्पेशेलाइज्ड और व्यापक विभाग है जो वयस्कों के साथ साथ नवजात मरीज़ों में भी जटिल इलाज व प्रोसीजर करने में सक्षम है।
एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के बारे में
एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, रायपुर अगस्त 2011 में तब अस्तित्व में आया जब पहले से स्थापित 56 बेड
हॉस्पिटल को अत्याधुनिक उपकरण, सुविधाओं, नवीनतम ऑपरेशन थिएटर और चिकित्सकीय कौशल से संयुक्त 157 बेड क्षमता वाले
हॉस्पिटल में रूपान्तरित किया गया। आज यह हॉस्पिटल 250 बेड की क्षमता के साथ मध्यभारत का अग्रणी चिकित्सकीय संस्थान बन
गया है जो हदयरोग, मस्तिष्क विज्ञान, गुर्दारोग और हड्डीरोग जैसे क्षेत्रों में विस्तृत एवं उत्कृष्ट सेवाएं दे रहा है। हॉस्पिटल का लगभग 1.26
लाख वर्ग फुट इमारती क्षेत्र 3 एकड के परिसर में फैला है। रायपुर शहर के सबसे सुगम इलाके में बसा यह हॉस्पिटल मरीजों शीन
स्वस्थ्यलाभ के लिए सबसे उपयुक्त जगह है।
NHMMI Narayana
Superspeciality Hospital
नारायणा हेल्थ के बारे में।
चिकित्सा जगत की सारी स्पेशलिटीस के साथ नारायणा हेल्थ भारत का एक जाना-माना नाम बन गया है। सन 2000 में बैंगलोर में
225 बैड क्षमता के पहले हॉस्पिटल के बाद निरंतर प्रगति करते हुए यह संस्थान देश भर में 22 अस्पताल, 7 हार्ट सेंटर और Cayman
द्वीप (ब्रिटिश क्षेत्र) में हेल्थ सिटी के साथ एक विस्तृत नेटवर्क के रूप में उभरा है जिसकी कुल बेड क्षमता 7300 से ज्यादा है।