भूपेश टांडिया
रायपुर 22 सितंबर 2021
कलिंगा विश्वविद्यालय रायपुर मध्य भारत के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में
से एक है। जहां छात्रों को विभिन्न शोध और नवीन गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। यह छात्रों में उत्कृष्टता, नवाचार,
एकीकृत प्रषिक्षण एवं छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
कलिंगा विश्वविद्यालय रायपुर में वाणिज्य एवं प्रबधन संकाय ने हाल ही में
परियोजना रिपोर्ट बनाने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित किया।
जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रों में परियोजना पद्धति, संरचना एवं परियोजना रिपोर्ट लेखन के लिए ज्ञान बढ़ाना था।
प्रख्यात वक्ता प्रो.डॉ.दिलीप कुमार एम, प्रो-वाइस चांसलर जीएनएस विश्वविद्यालय बिहार ने छात्रों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला ली जिसमें छात्रों को प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने में उपयोग की जाने वाली कार्यप्रणाली के बारे में बताया। उन्होने एक परियोजना रिपोर्ट के प्रारूप और बारीक पेचीदगीयों के बारे में बताया। उन्होने कहा कि विषय वस्तु का प्रस्तुतीकरण परियोजना रिपोर्ट के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह परियोजना रिपोर्ट सुधार करता है। परियोजना रिपोर्ट का प्रारूप फलदायी परिणामों और निष्कर्ष पर जल्दी से देखने और पहुचने करते है।
इस परियोजना रिपोर्ट में बीबीए तृतीय एवं एमबीए द्वितीय वर्ष के कुल 126
से अधिक छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और बहुत जानकारीपूर्ण पाया।
कार्यक्रम की समन्वयक सुश्री रूचि गुप्ता सहायक प्राध्यापक वाणिज्य और
प्रबंधन संकाय थी। जिन्होने अकादमिक प्रकोष्ठ के तहत इस कार्यक्रम का
आयोजन किया था। कार्यशाला में वाणिज्य और प्रबंधन संकाय के डीन डॉ.
मोनिका सेठी शर्मा, सभी प्राध्यापकगणों के साथ-साथ अन्य संकाय के
सदस्यों ने भी भाग लिया। अन्य संकाय के सदस्यों ने और छात्रों ने इस
कार्यक्रम की सराहना किया।
प्रख्यात वक्ता प्रो. डॉ. दिलीप कुमार एम, प्रो-वाइस चांसलर जीएनएस विश्वविद्यालय
बिहार ने छात्रों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला ली जिसमें छात्रों को प्रोजेक्ट रिपोर्ट
बनाने में उपयोग की जाने वाली कार्यप्रणाली के बारे में बताया। उन्होने एक परियोजना
रिपोर्ट के प्रारूप और बारीक पेचीदगीयों के बारे में बताया। उन्होने कहा कि विषय वस्तु
का प्रस्तुतीकरण परियोजना रिपोर्ट के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह परियोजना रिपोर्ट सुधार
करता है। परियोजना रिपोर्ट का प्रारूप फलदायी परिणामों और निष्कर्ष पर जल्दी से देखने
और पहुचने करते है।
इस परियोजना रिपोर्ट में बीबीए तृतीय एवं एमबीए द्वितीय वर्ष के कुल 126 से अधिक
छात्रों सक्रिय रूप से भाग लिया और बहुत जानकारीपूर्ण पाया।
कार्यक्रम की समन्वयक रूचि गुप्ता सहायक प्राध्यापक वाणिज्य और प्रबंधन संकाय
थी। जिन्होने अकादमिक प्रकोष्ठ के तहत इस कार्यक्रम का आयोजन किया था। कार्यशाला
में वाणिज्य और प्रबंधन संकाय के डीन डॉ. मोनिका सेठी शर्मा, सभी प्राध्यापकगणों के
साथ-साथ अन्य संकाय के सदस्यों ने भी भाग लिया। अन्य संकाय के सदस्यों ने और छात्रों ने इस कार्यक्रम की सराहना किया।