छत्तीसगढ़ में क्या कम होगा वैट? : अब तक यूपी सहित 23 राज्यों ने कम किया वैट, छत्तीसगढ़ की जनता को भी राहत का इंतजार, जनता बोली – 2800 रुपये में धान ले सकती सरकार, तो पेट्रोल और डीजल पर भी सरकार कम करे वैट

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प्रमोद मिश्रा

रायपुर, 08 नवंबर 2021

केंद्र सरकार के पेट्रोल डीजल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क कम करने के बाद अब राज्यों ने भी पेट्रोल और डीजल पर राज्य शासन के द्वारा लगने वाले वैट को कम करने की शुरुआत कर दी है । लेकिन अभी तक छत्तीसगढ़ में इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है । आपको बताते चलें कि अभी तक 23 राज्य/केंद्रशासित प्रदेश ने पेट्रोल-डीजल पर राज्य सरकार द्वारा लगने वाले वैट को कम कर दिया है वहीं 13 राज्य/केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं, जिन्होंने अभी तक टैक्स में कटौती नहीं की है । वैट में कमी नहीं करने वाले सभी ऐसे राज्य हैं जहां बीजेपी की वर्तमान में सरकार नहीं है ।

 

 

पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश, बिहार, गोवा, कर्नाटक, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल और असम जैसे राज्य शामिल हैं ।

वैट न घटाने वाले राज्य
हालांकि, 14 राज्य/केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जिन्होंने पेट्रोल और डीजल पर वैट में कोई कमी नहीं की है। ये हैं: महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, मेघालय, अंडमान और निकोबार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और राजस्थान। ये सभी विपक्ष शासित राज्य हैं ।

ज्ञात हो कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल से क्रमश: 5 और 10 रुपये की ड्यूटी कम की थी ।

 

राज्यों में सबसे ज्यादा कम हुआ टैक्स

पेट्रोल की कीमतों में सबसे ज्यादा कमी केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में हुई है, इसके बाद कर्नाटक और पुडुचेरी का स्थान है। इन केंद्र शासित प्रदेशों/राज्यों में पेट्रोल की कीमतों में क्रमश: 13.43 रुपये, 13.35 रुपये और 12.85 रुपये की कमी आई है।

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छत्तीसगढ़ की भी जनता को राहत का इंतजार

छत्तीसगढ़ सरकार ने अभी तक पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले वैट में कमी करने का कोई फैसला नहीं लिया है । प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कुछ दिन पहले बयान दिया था जिसमें यह बात सामने आई थी कि सरकार, पेट्रोल डीजल पर लगने वाले वैट को कम करने के मूड में नहीं है, तो ठीक 1 दिन बाद प्रदेश के जीएसटी मंत्री टी एस सिंहदेव ने बयान दिया कि हम, मुख्यमंत्री के सामने प्रस्ताव रखेंगे कि पेट्रोल और डीजल पर वैट कम किया जाए, ऐसे में लोग की उम्मीद एक बार फिर बढ़ी थी ।

प्रदेश के लोगों से जब हमने इस विषय में बात की तो उनका कहना है कि जब सरकार यह कह रही हैं कि अब धान को 2800 रुपये प्रति क्विंटल में लिया जाएगा, तो पेट्रोल और डीजल पर सरकार वैट भी कम कर सकती है ।  छत्तीसगढ़ के लोगों का कहना है कि अब देखना हो कि सरकार पेट्रोल डीजल पर वैट कम करने का फैसला कब लेती है ।

 

विपक्ष भी हमलावर

छत्तीसगढ़ में पेट्रोल डीजल का रेट नहीं कम करने को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने भी प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है । भारतीय जनता पार्टी ने मांग की है कि प्रदेश की सरकार जल्द से जल्द पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करें । बीजेपी नेताओं ने सवाल पूछा है कि अपने को जनता की हितैषी करने वाली सरकार, आखिर पेट्रोल डीजल पर वैट कम क्यों नहीं कर रही है?

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