प्रमोद मिश्रा
खेल डेस्क, 14 नवंबर 2021
आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप के विश्व विजेताओं में आज एक नए टीम का नाम जुड़ जाएगा । अभी तक कंगारू और कीवी दोनों टीमें टी 20 फॉरमेट में विजेता नहीं बन पाई है । ऐसे में आज दोनों टीमों के पास खुद को साबित करने का मौका है । इस विश्व कप में लगभग दोनों टीमों की स्थिति एक जैसे ही रही हैं । कीवी टीम जहां अपने 6 में से 5 मुकाबले जीत कर फाइनल पर पहुँची है, तो कंगारु भी अपने 6 में से 5 मैच जीतकर फाइनल में पहुँची है । आपको बताते चले कि दोनों टीमों ने सेमीफाइनल में लगभग हारते हुए मैच को अपने नाम किया हैं और दोनों टीमों ने सेमीफाइनल में एक जैसा खेल दिखाकर सभी को सरप्राइज भी किया है ।
ऑस्ट्रेलिया की ताकत और कमजोरी
आस्ट्रेलिया की टीम में ताकत की बात करें तो ओपनर बैट्समैन डेविड वार्नर की सही समय में फॉर्म में वापसी हुई है । इस टीम में तुरुप का पत्ता कोई साबित हुए है तो वह है, एडम जंपा । एडम जंपा ने अब तक इस टूर्नामेंट के 6 मैचों में 12 विकेट अपने नाम किये है । अपने स्पिन से विरोधी टीम के बल्लेबाजों को परेशान करने वाले एडम जंपा पर इस बड़े मैच में सबकी नजर रहेगी । अब बात करते है ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमजोरी की । ऑस्ट्रेलिया टीम का मिडल आर्डर अब तक अपने नाम के अनुरूप खेल नहीं दिखा पाया हैं । टीम में स्टीवन स्मिथ और मैक्सवेल इस पूरे टूर्नामेंट में वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाएं हैं जिनके लोए वो दोनों जाने जाते हैं । स्मिथ ने 4 पारियों 69 रन और मैक्सवेल ने 6 पारियों में सिर्फ 36 रन ही बना पाए है । ऐसे में बड़े मैच के प्लेयर स्मिथ और मैक्सवेल को इस बड़े मैच में अपने नाम के अनुरूप प्रदर्शन दिखाना होगा ।
न्यूजीलैंड टीम की क्या है कमजोरी और मजबूती?
इस बार कीवी टीम ने इस वर्ल्ड कप में बेहतर प्रदर्शन कर सबको अपने खेल का मुरीद बना दिया है । टीम ने अच्छे खेल से सभी को इम्प्रेस किया हैं । कीवी टीम में ओपनर मिचेल की जबरदस्त बैटिंग देखने को मिली है । मिचेल ने सेमीफाइनल में 72 रनों की नाबाद पारी खेलकर अपने टीम को फाइनल में पहुँचाया है । कीवी टीम की सबसे बड़ी परेशानी यहीं हैं कि हर बार कंगारू, कीवी टीम को नॉक आउट दौर में हराते आये है । पिछले 41 साल से कीवी टीम नॉक आउट मैच में कंगारूओं को हरा नहीं पाई है । ऐसे में देखना होगा कि बड़े मैच में बिखर जाने वाली कीवी टीम इस मैच में कैसा खेलती है । न्यूजीलैंड के लिए तुरुप का पत्ता ईश सोढ़ी है, जिन्होंने 6 मैचों में 09 विकेट झटके हैं ।
टॉस होगा बेहद अहम
दुबई में खेले जाने वाले इस फाइनल मैच में टॉस भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा । इस मैदान में 14 मैच इस विश्वकप में खेले गए हैं जिनमें 10 मैच पहले गेंदबाजी करने वाली टीम ने जीती है । इस लिहाज से टॉस बहुत अहम बन जाता है । वैसे इस मैदान में रनों की बौछार हो सकती है । पिच बैट्समैनों के लिए माकूल माना जा रहा है ।