प्रमोद मिश्रा
बिलासपुर, 18 नवंबर 2021
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से एक ऐसी खबर सामने आई है जो यह सोचने को मजबूर करती है कि इंसान पैसों की लालच में कितनी बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है । दरअसल, जमीन से गड़ा धन पाने के लालच में दो लोगों ने एक युवक का कुल्हाड़ी से गला काट कर बलि दे दी। इसके बाद पकड़े जाने के डर से भाग निकले। पुलिस ने दोनों आरोपियों को सतना और जबलपुर से गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए दोनों आरोपी यूट्यूब पर देखकर तंत्र-मंत्र करना सीखते थे। खास बात यह है कि जिस युवक की बलि दी गई, उसने भी गड़े धन की लालच में आरोपियों से संपर्क किया था। मामला हिर्री थाना क्षेत्र का है।
पुलिस ने बताया कि 13 अप्रैल को ग्राम खरकेना निवासी सुरेश कुमार साहू की धारदार हथियार से चेहरे और गले पर वार कर हत्या कर दी गई थी। जांच के दौरान पता चला कि सुरेश जादू-टोना और गड़े धन के चक्कर में रहता था। इसके बाद पुलिस ने ऐसे लोगों की लिस्ट बनाई जो जादू-टोने से जुड़े थे। पुलिस जांच में पता चला कि वारदात के दिन से ग्राम खरकेना हाल कोडिया पारा सिरगिट्टी निवासी माखन दास और अंबिकापुर हाल कोडिया पारा सिरगिट्टी निवासी सुभाष मानिकपुरी दोनों गायब हैं।
सतना मेडिकल कॉलेज में नौकरी कर रहा था शातिर गुरु
इस बीच पुलिस को पता चला कि वारदात से कुछ दिन पहले माखन दास ने किसी को बताया था कि वह सुभाष के साथ जबलपुर में रह रहा है। इस पर एक टीम तलाश में जबलपुर भेजी गई। वहां पता चला कि आरोपी माखन दास सतना मेडिकल कॉलेज में काम करने लगा है। पुलिस ने उसको पकड़ा तो पता चला कि सुभाष जबलपुर में गार्ड है। इस पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने सुरेश की बलि देने की बात स्वीकार की है।
लोगों को झांसे में लेकर सुभाष से मिलवाता था माखन दास
पुलिस पूछताछ में पता चला कि सुभाष साल 2012 से ही गड़े धन की तलाश में जादू-टोना कर रहा है। इसी चक्कर में उसकी पहचान माखन दास से हुई। माखन दास नए-नए लोगों को लेकर सुभाष के पास आता। जिनको पारिवारिक या अन्य कोई समस्या होती तो सुभाष जादू-टोने से उसे ठीक करने का दावा करता और दोनों रुपए वसूलते। सुरेश भी माखन के ही गांव का था। उसने सुभाष से सुरेश का परिचय कराया। इसके बाद तीनों में घनिष्ठता बढ़ गई।
नवरात्र की अमावस्या पर रची हत्या की साजिश
तीनों लोग यूट्यूब पर जादू-टोने के नए-नए वीडियो देखते और फिर उनका अलग-अलग जगह पर प्रयोग करते थे। इस बीच गड़ा धन पाने के लालच में सुभाष और माखन ने सुरेश की बलि देने की साजिश रची। तय हुआ कि नवरात्र की पहली अमावस्या पर उसे मार देंगे। जादू-टोने का झांसा देकर दोनों आरोपी सुरेश को लेकर मुरु पथराली खार क्षेत्र में गए। वहां तंत्र मंत्र कर कुल्हाड़ी से सुरेश की हत्या कर दी और पकड़े जाने के डर से भाग निकले थे।