प्रमोद मिश्रा
अंबिकापुर 10 फरवरी 2022
पिछले माह अंबिकापुर के सब्जी विक्रेता दीपक गुप्ता हत्या मामले में कांग्रेसी नेताओं की संलग्नता की अफवाह बड़ी तेजी से फैल रही है, इस मामले में अब परिजनों की प्रतिक्रिया ने सारी अफवाहों को निराधार कर दिया है। परिजनों से चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि कांग्रेसी नेताओं को इस मामले से जोड़कर अखबारों और मीडिया के माध्यम से फैल रही यह अफवाह बेबुनियाद है, मृतक दीपक गुप्ता के भाई अनिल गुप्ता ने बताया कि उनका भाई दीपक घटना वाले दिन अपने दोस्तों के साथ गया था। जिस दौरान मारपीट में वह घायल हो गया, इसके उपरांत इलाज के लिए जिला पंचायत सदस्य आदित्येश्वर शरण सिंहदेव से उन्हें 50 हजार रुपयों की सहायता व अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने 60 हजार रुपयों की अर्थिक मदद मिली है। इसके साथ ही उपचार के लिए रायपुर पहुँचने पर भी घायल दीपक गुप्ता को स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के माध्यम से चिकित्सकीय सहायता प्राप्त हुई है।
इस पूरे मामले में कांग्रेस कमेटी जिला अध्यक्ष सरगुजा राकेश सिंह ने कहा है कि यह पूरी घटना बेहद दुखद है, इस कठिन समय में मृतक के परिजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा है कि इस मामले की न्याययिक जाँच कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इसके साथ ही इस मामले को कांग्रेसी नेताओं से जोड़कर भ्रामक खबर फैलाने वालों पर उन्होंने कहा है कि इस मामले में जो आरोपी पकड़े गए हैं वह किसी भी तरह से उनके संपर्क में कभी नहीं रहे हैं, बल्कि यह आरोपी उनके परंपरागत राजनीतिक विरोधी रहे हैं और उनके परिजन राकेश गुप्ता के विरुद्ध चुनाव भी लड़ चुके हैं। इस पूरे मामले पर जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने कहा कि कुछ लोग रायपुर में बैठकर राजनीतिक द्वेष के कारण इस प्रकार के षड़यंत्र रच रहे हैं, जनता में कांग्रेस का समर्थन व 2019 चुनाव के उपरांत कांग्रेसी नेताओं की लोकप्रियता ऐसे अमर्यादित राजनेताओं को स्वीकार नहीं हो पा रही है। जिसके कारण वह झूठे मामलों में कांग्रेसी नेताओं का नाम उछाल कर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।