प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 08 दिसंबर 2022
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल थोड़ी देर में चंडीगढ़ के लिए उड़ान भरेंगे । दरअसल, हिमाचल प्रदेश के चुनाव परिणाम में कांग्रेस स्पष्ठ बहुमत के साथ 39 सीटों पर जीत की ओर अग्रसर है । हिमाचल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सीनियर ऑब्ज़र्वर बनाया गया है । ऐसे में हॉर्स ट्रेडिंग की आशंका के बीच खबर आ रही है कि कांग्रेस के जीते विधायकों को चंडीगढ़ लाने की तैयारी है ।
खबर के मुताबिक राजीव शुक्ला और भूपेश बघेल तमाम कांग्रेस के विधायकों से चंडीगढ़ में मुलाकात करेंगे । माना जा रहा है कि जब तक हिमाचल में सरकार बनाने का दावा पेश नहीं होगा, तब तक विधायक वहीं रहेंगे ।
राजनीति में हॉर्स ट्रेडिंग क्या है…?
यूं तो राजनीति में इस शब्द का कोई औचित्य नहीं होता है, लेकिन पिछले कुछ समय में इसका इस्तेमाल बढ़ा है । जब राजनीति में नेता दल बदलते हैं, या फिर किसी चालाकी के कारण कुछ ऐसा खेल रचा जाता है कि दूसरी पार्टी के नेता आपका समर्थन कर दें तब राजनीति में इसे हॉर्स ट्रेडिंग कहा जाता है । भारत में इसे दल-बदलना, दल-बदलू भी कहते हैं । इसको लेकर अपने देश में कानून भी है ।
क्या कहता है एंटी डिफेक्शन लॉ (दल-बदल निषेध कानून)?
# अनुसूची के दूसरे पैराग्राफ में एंटी डिफेक्शन लॉ के तहत अयोग्य करार दिए जाने का आधार स्पष्ट किया गया है ।
# यदि कोई विधायक स्वेच्छा से पार्टी की सदस्यता त्याग दे ।
# अगर वह पार्टी द्वारा जारी किए गए निर्देश के खिलाफ जाकर वोट करे या फिर वोटिंग से दूर रहे ।
# निर्दलीय उम्मीदवार अयोग्य करार दे दिए जाएंगे अगर वह किसी राजनीतिक पार्टी में शामिल हो जाएं ।
# एक पार्टी का विलय दूसरी पार्टी में हो सकता है लेकिन इसके लिए कम से कम पार्टी के दो-तिहाई विधायकों का वोट जरूरी है ।