प्रमोद मिश्रा
रायपुर 29 अप्रैल 2023
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम के 100 एपिसोड के लिए भाजपा के केंद्रीय संगठन ने हर राज्य से वरिष्ठ नेताओं को अतिथि बनाया, लेकिन छत्तीसगढ़ के किसी भी नेता को इस सूची में शामिल नहीं किया गया। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की भूमिका में हैं।
इसके साथ ही कई आदिवासी नेता राष्ट्रीय स्तर पर जिम्मेदारी निभा चुके हैं। बावजूद इसके किसी को जिम्मेदारी नहीं मिलने से प्रदेश के नेताओं को झटका लगा है। चुनावी साल में प्रदेश के नेताओं की इस उपेक्षा को कांग्रेस मुद्दा बना रही है। भाजपा केंद्रीय संगठन ने 18 राज्यों के पार्टी पदाधिकारियों के मुख्य अतिथि बनने की सूची जारी की।
इस सूची में छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के पदाधिकारियों के नाम शामिल हैं। सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के नेताओं को सूची में शामिल किया गया है। मन की बात का 100वां एपिसोड 30 अप्रैल को सुबह 11 बजे प्रसारित होगा। तीन अक्टूबर 2014 को विजयादशमी के अवसर पर शुरू हुए मन की बात में अब तक 99 एपिसोड पूरे हो चुके हैं।
जनता के मन की बात कब सुनी जाएगी : सीएम बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम में लोगों के मन की बात कब सुनी जाएगी। पीएम मोदी 100वीं कड़ी सुनाने जा रहे हैं, लेकिन एक कड़ी जनता के मन की भी सुन लेते। किसान, मजदूर, गरीब, नौजवान, आदिवासियों के मन की बात को भी सुन लेना चाहिए, जो वो नहीं सुन रहे हैं।
सीएम बघेल भी सुनते होंगे मन की बात: डा रमन
पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मन की बात सुनते होंगे, तभी इतनी बात कर रहे हैं। यह कार्यक्रम सभी वर्ग के लिए उपयोगी है। मन की बात कार्यक्रम अब तक 100 करोड़ लोगों तक पहुंच चुका है।