प्रमोद मिश्रा
कर्नाटक, 03 मई 2023
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में इस बार सत्तारूढ़ दल बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। दोनों दल एक-दूसरे को घेरने के लिए कोई मौका नहीं छोड़ रहे। इस बीच मंगलवार को कांग्रेस की एक चूक ने बीजेपी को मौका दे दिया है। दरअसल कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में पीएफआई के साथ बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कही। बीजेपी ने इसे लपकते हुए भगवान हनुमान से जोड़ दिया और इसे बजरंग बली का अपमान बताया।
कांग्रेस के मेनिफेस्टो में क्या है?
दरअसल मंगलवार को कांग्रेस ने कर्नाटक में अपना चुनावी मेनिफेस्टो जारी किया। इसमें उसने वादा किया कि प्रदेश में जाति और धर्म के आधार पर नफरत फैलाने के लिए बजरंग दल और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) जैसे संगठनों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जाएगी। घोषणापत्र में कहा गया कि ऐसे संगठनों को प्रतिबंधित करने की कार्रवाई भी हो सकती है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र को ‘सर्व जनांगदा शान्तिय तोटा’ नाम दिया।
दुर्भाग्य देखिए, मैं आज जब यहां हनुमान जी को नमन करने आया हूं उसी समय कांग्रेस पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो में बजरंगबली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है। पहले श्री राम को ताले में बंद किया और अब जय बजरंगबली बोलने वालों को ताले में बंद करने का संकल्प लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विजयपुर में
पीएम मोदी ने कांग्रेस को घेरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और तमाम दूसरे बड़े नेताओं ने कांग्रेस को इस मुद्दे पर घेरना शुरू कर दिया है। पीएम मोदी ने विजयनगर में एक रैली में कहा कि कांग्रेस ने भगवान राम को ताले में बंद रखा और अब बजरंग बली को कैद करना चाहते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, ‘दुर्भाग्य देखिए, मैं आज जब यहां हनुमान जी को नमन करने आया हूं उसी समय कांग्रेस पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो में बजरंगबली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है। पहले श्री राम को ताले में बंद किया और अब जय बजरंगबली बोलने वालों को ताले में बंद करने का संकल्प लिया है।’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘इनकी सरकार आने का सवाल ही नहीं है। कांग्रेस हमेशा से तुष्टिकरण की राजनीति करती है। इन लोगों ने सालों तक श्रीराम को ताले में बंद रखा, अब ये बजरंगबली को भी बंद रखना चाहते हैं। इनको कर्नाटक की जनता जवाब देगी।’
बजरंगबली का अपमान करके PFI को किस तरह बचाया जाए, इसकी ही चेष्टा कांग्रेस पार्टी करती है। तुष्टिकरण की राजनीति की ये पराकाष्ठा है।
संबित पात्रा, बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता
‘जिन्ना भी ऐसा मेनिफेस्टो जारी नहीं करते’
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए उनके घोषणा पत्र को मुस्लिम घोषणा पत्र बता डाला। हिमंत सरमा ने कहा, ‘मुसलमान घोषणा पत्र है और जिन्ना भी ऐसा मेनिफेस्टो नहीं जारी करते।’
हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि कांग्रेस का घोषणा पत्र मुसलमान घोषणा पत्र है और जिन्ना भी ऐसा मेनिफेस्टो नहीं जारी करते। हिमंत ने बेंगलुरु में कहा, ‘पीएफआई पर पहले से ही बैन लग चुका है। इसलिए वो (कांग्रेस) कह रहे हैं कि हमारी सरकार आई तो बजरंग दल पर बैन लगा देंगे। इसका मतलब है कि बीजेपी ने पीएफआई बैन किया तो तुष्टिकरण की राजनीति के लिए वो बजंरग दल पर बैन लगाएंगे। इसलिए मैंने कहा कि यह मुस्लिम एजेंडा है। जो पीएफआई नहीं कह सकती, वह कांग्रेस कह रही है।’