प्रमोद मिश्रा, 17 मई 2023
बेंगलुरु: कर्नाटक में तीन दिन बाद भी मुख्यमंत्री को लेकर फैसला नहीं हो सका है। सीएम रेस में शामिल कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने मंगलवार शाम मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर की। सूत्रों के मुताबिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे के सामने अपना पक्ष रखते हुए डीके शिवकुमार ने कहा कि उन्होंने 2019 में सरकार गिरने के बाद कांग्रेस को फिर से खड़ा किया है।
सूत्रों की मानें तो खरगे के साथ मुलाकात में शिवकुमार ने यह भी दलील दी कि सिद्धारमैया को पहले भी मुख्यमंत्री बनने का मौका मिल चुका है और अब उनकी बारी है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें सीएम की कुर्सी नहीं दी जाती है तो उन्हें फिर कोई पद नहीं चाहिए और वह सिर्फ विधायक रहकर ही काम करेंगे।
सिद्धारमैया को सीएम क्यों बना रहे’
शिवकुमार ने खरगे से यह भी कहा कि सीएम के रूप में सिद्धारमैया का कार्यकाल एक ‘कुशासन’ था और कर्नाटक का लिंगायत समुदाय उनके खिलाफ था।
डीके शिवकुमार ने खरगे से यह भी पूछा कि सिद्धारमैया को सीएम क्यों बनाया जा रहा है? उन्होंने आरोप लगाया कि 2019 चुनाव में उनकी वजह से हारे। 2019 में सरकार भी उनकी वजह से गिरी थी। डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री से कम पर नहीं मान रहे हैं। अगर डीके शिवकुमार अपने स्टैंड पर बने रहते हैं तो संभव है कि कल भी सीएम का ऐलान न हो पाए।
शिमला में हैं सोनिया गांधी
पार्टी सूत्रों के अनुसार, खरगे अब यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ सीक्रेट बैलेट वोटिंग के रिजल्ट पर चर्चा करने के बाद कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री पर फैसला करेंगे। सोनिया गांधी इस समय शिमला में हैं। इससे पहले सोमवार को कर्नाटक के तीनों पर्यवेक्षकों ने खड़गे को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी और पार्टी नेताओं की बैठक पांच घंटे से अधिक चली।
कांग्रेस ने जीती 135 सीटें
कांग्रेस ने कर्नाटक में 135 सीटें जीतीं जबकि सत्तारूढ़ बीजेपी केवल 66 सीटें जीतने में सफल रही। जेडी (एस), जो किंगमेकर की भूमिका निभाने की उम्मीद कर रहा था, राज्य में 19 सीटों पर सिमट गया।