प्रमोद मिश्रा, 1 जून 2023
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने अमेरिका दौरे के दौरान सिखों के पहले गुरु गुरु नानक देव के बारे में एक ऐसा दावा किया, जिसके बाद कई लोग उनकी जानकारी पर सवाल उठा रहे हैं.
राहुल गांधी ने अमेरिका के सैन फ़्रांसिस्को में दिए एक भाषण में गुरु नानक देव की यात्राओं का ज़िक्र करते हुए दावा किया कि वो थाईलैंड गए थे.
राहुल गांधी के भाषण का ये हिस्सा सोशल मीडिया पर ट्रेंड होने लगा. बीजेपी के नेता और दूसरे सोशल मीडिया यूज़र उनकी जानकारी पर सवाल उठाने लगे.
राहुल गांधी ने क्या कहा?
अमेरिका दौरे पर गए राहुल गांधी सेन फ़्रांसिस्को में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित कर रहे थे.
भाषण शुरू होने के कुछ ही देर बाद कुछ लोगों ने नारेबाज़ी शुरू कर दी.
नारे लगाने वाले लोग सिख्स फ़ॉर जस्टिस (एसजेएफ़) से जुड़े थे. वो खालिस्तान के समर्थन में नारे लगा रहे थे. इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर भी नारे लगाए गए.
नारेबाज़ी के दौरान राहुल गांधी कुछ देर के लिए रुके. फिर उन्होंने अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का ज़िक्र किया.
राहुल गांधी ने कहा, “भारत जोड़ो एक आइडिया है, जो आपके दिलों में है. ये एक दूसरे को सम्मान देने के बारे में है और एक दूसरे से लगाव रखने के बारे में है. ये एक दूसरे प्रति हिंसक न होने के बारे में है. गुरुर न दिखाने के बारे में है.”
इसी के बाद उन्होंने गुरु नानक देव का ज़िक्र किया.
राहुल गांधी ने कहा, “मैं यहां अपने सिख भाइयों को देख रहा हूं. आपके गुरु नानक जी का पूरा जीवन इसी के लिए था. वो बात थी, विनम्र रहो, स्नेह करो, गुरु नानक जी की तुलना में हम कुछ नहीं चले.”
इसके बाद उन्होंने गुरु नानक देव की थाईलैंड यात्रा को लेकर दावा किया.
राहुल गांधी ने कहा, “मैंने कहीं पढ़ा था कि गुरु नानक जी मक्का, सऊदी अरब गए थे. वो थाईलैंड गए थे, वो श्रीलंका गए थे. ये बड़े लोग हमारे पैदा होने के काफी पहले भारत जोड़ो कर रहे थे.”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी का ये बयान सामने आते ही सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई.
कुछ लोगों ने उनके बयान को लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (एसजीपीसी) से सवाल किया,”क्या गुरुनानक देव थाईलैंड गए थे और भारत जोड़ो यात्रा की थी.”
गुरु नानक देव की यात्रा: तथ्य क्या है?
सिखों के पहले गुरु गुरु नानक देव ने कई यात्राएं की. उन्होंने भारत और पश्चिमी एशिया के कई इलाक़ों का भ्रमण किया. वे अधिकतर पैदल ही यात्राएं किया करते थे.
उनके साथ रबाब बजाने वाले भाई मरदाना यात्रा करते थे.
गुरु नानक देव की यात्राओं को उदासी कहा जाता है. पंजाब सरकार ने इनका ब्योरा दर्ज किया है.