पितृ पक्ष 2023: दशमी श्राद्ध आज, नोट कर लें तर्पण-पिंडदान की सही विधि

आस्था

प्रमोद मिश्रा

Pitru Paksha 2023: पितृ पक्ष का दशमी श्राद्ध आज है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, पितृ पक्ष में दशमी श्राद्ध का खास महत्व होता है. दशमी का श्राद्ध परिवार के उन सदस्यों के लिए किया जाता है, जिनकी मृत्यु दशमी तिथि को हुई हो. आइए जानते हैं कि दशमी श्राद्ध पर पितरों की शांति के लिए कैसे अनुष्ठान किया जाता है और क्या है तर्पण की सही विधि.

दशमी श्राद्ध की विधि (Dashami Shradh Vidhi)

इस दिन दान-पुण्य के साथ पितरों के निमित्त भागवत गीता के दसवें अध्याय का पाठ भी जरूर करें. श्राद्धकर्म के बाद दस ब्राह्मणों को इस दिन भोजन खिलाना चाहिए. यदि आप दस ब्राह्मण को भोजन नहीं खिला पा रहे तो कम से कम एक ब्राह्मण को जरूर भोजन कराएं. साथ ही कौवा, गाय, कुत्ता और चींटियों के लिए भी इस दिन भोजन निकालें और अपने हाथों से उन्हें खिलाएं. साथ ही यथा संभव अन्न और धन का दान जरूरतमंदों को करें.

साथ ही इस दिन पितरों को वह भोजन भी खिलाना चाहिए जो उन्हें पंसद हो. इससे उनकी आत्मा को शांति मिलती है और उनका आशीर्वाद मिलता है. इस दिन श्राद्ध कर्म करते समय पितरों को सही विधि के साथ जल अर्पित करना चाहिए. तभी उनकी आत्मा को शांति मिलती है. पितरों के निमित्त, तिल के तेल का दीपक जलाएं, सुगंधित धूप जलाएं, जल में मिश्री और तिल मिलाकर तर्पण करें.

 

 

दशमी श्राद्ध मुहूर्त (Dashami shradh muhurt)

कुतुप मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 45 मिनट से दोपहर 12 बजकर 32 मिनट तक
रौहिण मुहूर्त- दोपहर 12 बजकर 32 मिनट से दोपहर 1 बजकर 19 मिनट तक
अपराह्न काल- दोपहर 1 बजकर 19 मिनट से दोपहर 3 बजकर 39 मिनट तक

आगामी श्राद्ध तिथियां

09 अक्टूबर 2023, सोमवार- एकादशी श्राद्ध
10 अक्टूबर 2023, मंगलवार- मघा श्राद्ध
11 अक्टूबर 2023, बुधवार- द्वादशी श्राद्ध
12 अक्टूबर 2023, गुरुवार- त्रयोदशी श्राद्ध
13 अक्टूबर 2023, शुक्रवार- चतुर्दशी श्राद्ध
14 अक्टूबर 2023, शनिवार- सर्व पितृ अमावस्या

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