प्रमोद मिश्रा
कटगी/रायपुर, 10 अप्रैल 2024
यूं तो कहा जाता है कि कानून के हाथ काफी लंबे होते हैं और कानून का हाथ अपराधियों को पकड़ ही लेता है । लेकिन, शायद यह वाक्य कटगी में घटित हुई घटना में फीट नहीं बैठता है, इसी वजह से कटगी में कई ऐसी घटनाएं हो चुकी है जिनका कई वर्ष बीत जाने के बाद भी खुलासा नहीं हो पाया है और चोरों तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पाए हैं ।
बलौदाबाजार जिले के कसडोल थाना अंतर्गत आने वाले आदर्श ग्राम पंचायत कटगी में एक बार फिर बड़ी लूट से क्षेत्र के लोग काफी परेशान और डरे हुए हैं । दरअसल, 8 अप्रैल की दोपहर तीन बजे 2 नकाबपोश बदमाशों ने बंदूक की नोक पर कटगी देशी शराब दुकान से 20 लाख रुपए की लूट कर दी । दिनदहाड़े घटी इस घटना से हर किसी के मन में भय का माहौल व्याप्त है । ग्रामीणों का कहना है कि मंगलवार को जिस दिन गांव में साप्ताहिक बाजार लगता है उसी दिन इतनी बड़ी घटना हो जाने से गांव में भय का माहौल है । वैसे कटगी में लूट से ज्यादा इस बात की भी चर्चा है कि कटगी के चोर कई बार पुलिस की पकड़ में नहीं आए हैं, तो हो सकता है कि इस बार भी पुलिस की पकड़ बदमशों तक नहीं पहुंच पाए और समय बीत जाने के साथ यह केस में ढीला पड़ जाए । आपको बता दें कि इससे पहले भी कटगी में अंडे से लेकर सोना और चांदी के साथ पैसों की कई चोरी की घटना हो चुकी है लेकिन अभी तक कई मामलों में पुलिस के हाथ खाली ही है ।
डकैती के साथ बड़ी चोरी की भी हो चुकी है घटना
कटगी में बैंक में डकैती के साथ ज्वेलर्स की दुकान चला रहे व्यापारी के घर डकैती और लूट के साथ बस स्टैंड में कई चोरी की घटना घटित हो चुकी है जिसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है । कटगी बस स्टैंड में ही रहने वाली ज्वेलर्स दुकान चलाने वाली युवती के आंखों में मिर्च पावडर डालकर लूट की कोशिश भी हो चुकी है हालांकि युवती के जज्बे के कारण चोर को खाली हाथ ही लौटना पड़ा था । लेकिन इन सब चोरी और डकैती की घटना से कई सवाल खड़े हो रहे हैं । आपको बताते चलें कि कटगी में मर्डर, लूट, चैन स्नेचिंग जैसी घटनाएं घटित हो चुकी है ।
किन मामलों में पुलिस के हाथ खाली?
कटगी में चोरी की कुछ ऐसी घटनाएं हैं जिनका आज तक कोई खुलासा नहीं हो पाया है । प्रमुख चोरी की घटना की बात करें तो तकरीबन 15 वर्ष पहले पंचायत भवन के बगल में रहने वाले ज्वेलर्स के व्यापारी के यहां नकाबपोश बदमाशों ने व्यापारी के परिवार वालों के हाथ और पैर बांधकर डकैती की बड़ी घटना को अंजाम दिया था, जिसका खुलासा अब तक नहीं हो पाया है । ग्रामीण बैंक कटगी में भी दिनदहाड़े लूट की घटना घटित हुई थी । कटगी बस स्टैंड में ही बालाजी ज्वेलर्स के दुकान का ताला टूटा था और चोरी भी हुई थी, इसका खुलासा भी आज तक पुलिस की टीम नहीं कर पाई थी । इसी प्रकार कटगी शराब दुकान में भी दो वर्ष पूर्व चोरी की घटना घटित हुई थी उसका खुलासा भी आज तक नहीं हो पाया है । कटगी से तकरीबन 6 किलोमीटर दूर ग्राम झबड़ी में तकरीबन 5 लाख रुपए की कीमत की सोने चांदी की चोरी 30 जुलाई 2023 को हुई थी जिसका अब तक खुलासा नहीं हो पाया है । ऐसे में सवाल यह खड़े हो रहा कि पुलिस का हाथ आखिर अपराधी तक क्यों नहीं पहुंच रहा है?
नशे का गढ़ बनता जा रहा कटगी
कटगी में अवैध महुआ शराब की बिक्री भी काफी तीव्र गति से हो रही है । गांव में ऐसे कई स्थान हैं जहां पर अवैध महुआ शराब की बिक्री लगातार कई महीनों से हो रही है लेकिन जिम्मेदार आबकारी विभाग के साथ पुलिस विभाग की टीम भी अब तक नशे के सौदागरों को पकड़ नहीं पाई है । गांव में शराब दुकान में शराब की बिक्री के साथ महुआ शराब की तीव्र गति से बिक्री से ग्रामीण काफी परेशान हैं । अवैध महुआ शराब की बिक्री के साथ शराबियों का गांव के बाहर के रास्ते में हर वक्त लगे जमावड़े से महिला वर्ग को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । अवैध शराब की बिक्री की वजह से शनि मंदिर के आसपास इलाकों में शाम को युवतियों का टहलने जाना दुभर हो गया है ।
व्यापारिक केंद्र है कटगी
कटगी एक व्यापारिक केंद्र के रूप में कई वर्षों से अपनी एक अलग पहचान बना चुका है । कटगी में आसपास के कई गांवों के लोग कटगी आकर अपनी रोजमर्रा के समान ले जाते हैं साथ ही कई लोगों को रोजगार भी कटगी से मिलता है । ऐसे में इतनी बड़े व्यापारिक केंद्र में इतनी बड़ी लूट से व्यापारी भी काफी डरे हुए महसूस कर रहे हैं ।
लंबे समय से उठ रही पुलिस चौकी की मांग
कटगी में काफी लंबे से व्यापारी वर्ग के साथ प्रतिष्ठित लोग चौकी की मांग करते रहे लेकिन अभी तक इस मांग पर कोई फैसला नहीं हो पाया है । चूंकि कटगी एक व्यापारिक प्रतिष्ठान होने के साथ – साथ विधानसभा का भी बड़ा गांव है और जब ऐसी घटनाएं घटित हो गई, इसलिए यहां पर पुलिस चौकी की मांग एक बार फिर से उठने लगी है ।
बाहर से कई लोग किराए में भी रह रहे
कटगी में बिहार, यूपी के साथ अन्य राज्यों से भी आकर लोग किराए के मकान में रह रहे हैं । ऐसे में बड़ी घटनाएं हो जाने के बाद ग्रामीणों को डर लगने लगा है । ग्रामीणों का कहना है कि बाहर से आए लोगों का पुलिस वेरिफिकेशन होना चाहिए साथ ही उनपर कोई आपराधिक मामले तो दर्ज नहीं इसपर भी पुलिस को छानबीन करनी चाहिए । गांव के लोगों को जागरूक होने का परिचय देते हुए किरायेदारों से वेरिफिकेशन कराकर ही किराया देना चाहिए ।