प्रमोद मिश्रा
धमतरी, 10 मार्च 2025
धमतरी जैसे छोटे शहर से अपना स्टार्टअप शुरू कर देश-विदेश में अपने उत्पादों की पहचान बनाने वाली युवा उद्यमी ईशा झंवर ने आज कलेक्टर अबिनाश मिश्रा से सौजन्य मुलाकात की। कलेक्टर ने ईशा को प्रदेश की युवा पीढ़ी, विशेषकर युवतियों और महिलाओं के लिए रोल मॉडल बताते हुए स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने ईशा की सफलता की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे स्टार्टअप्स राज्य और देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने ईशा को उसके व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने का भी आश्वासन दिया।
कलेक्टर ने ईशा की सफलता की सराहना
कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने ईशा से उनके स्टार्टअप, व्यवसाय संचालन में आई चुनौतियों और उनके सफल समाधान के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने ईशा को प्रतिष्ठित टीवी कार्यक्रम शार्क टैंक तक पहुंचने पर बधाई देते हुए इसे जिले के लिए गर्व की बात बताया। कलेक्टर ने उद्योग विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे ईशा की सफलता को प्रेरणा बनाकर जिले में अन्य युवाओं को स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करें। इसके लिए विभिन्न कार्यशालाएं आयोजित करने के निर्देश भी दिए गए।
कैमिकल फ्री खाद्य उत्पादों का स्टार्टअप
धमतरी की ईशा झंवर ने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के तहत सरकारी सहायता से अपना स्टार्टअप धनश्री फूड्स शुरू किया है। उन्होंने धमतरी के लोहरसी में अपनी उत्पादन इकाई स्थापित की है, जहां कैमिकल फ्री खाद्य उत्पाद तैयार किए जाते हैं। उनके प्रमुख उत्पादों में टोमेटो कैचप, इमली कैचप, मेयोनीज, पिज्जा-पास्ता सॉस आदि शामिल हैं। ईशा को इस व्यवसाय के लिए 40 लाख रुपये का ऋण और राज्य के उद्योग विभाग से 10 लाख रुपये की सब्सिडी मिली है।
ईशा के उत्पादों को एफएसएसएआई की मान्यता
ईशा ने कलेक्टर को बताया कि उनकी फैक्ट्री में गुड़-टमाटर पेस्ट, इलायची, काली मिर्च, लौंग जैसे प्राकृतिक उत्पादों से खाद्य सामग्री तैयार की जाती है, जिनमें किसी भी प्रकार का रसायन या कृत्रिम रंग नहीं मिलाया जाता। उनके उत्पादों को एफएसएसएआई से भी मान्यता प्राप्त है।
देश के बड़े शहरों में पहुंच रहे उत्पाद
ईशा के उत्पादों की सबसे अधिक बिक्री मुंबई, दिल्ली और बैंगलोर जैसे महानगरों में होती है। अन्य शहरों में भी उनके उत्पादों के लिए बाजार तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में वे अधिक खपत वाले शहरों में वेयरहाउस स्थापित करने की योजना बना रही हैं, जिससे उत्पादों को मांग के अनुसार संग्रहीत किया जा सके।
व्यवसाय विस्तार की योजना
ईशा ने कलेक्टर को बताया कि वे अपनी उत्पादन इकाई का विस्तार करने की योजना बना रही हैं, ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकें। उनकी मार्केटिंग “रीपिट गुड” नामक एजेंसी के माध्यम से की जा रही है।
कलेक्टर ने ईशा के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनकी सफलता प्रदेश के अन्य युवाओं को स्टार्टअप के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने ईशा को भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं।