प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 12 मई 2025
मदर्स डे के अवसर पर एस.एम.सी. सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में गर्भवती महिलाओं के लिए गर्भ संस्कार पर केंद्रित एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य मातृत्व के दौरान महिलाओं के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना और गर्भवती महिलाओं को संपूर्ण रूप से सशक्त बनाना था।
कार्यक्रम में वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ और निःसंतानता विशेषज्ञ डॉ. प्रज्ञा सूर्यवंशी ने गर्भ संस्कार की प्राचीन भारतीय पद्धति की महत्ता को रेखांकित करते हुए सात्विक आहार, योग, ध्यान और तनावमुक्त जीवनशैली को गर्भ में पल रहे शिशु के समग्र विकास के लिए आवश्यक बताया। उन्होंने बताया कि सकारात्मक वातावरण और संतुलित दिनचर्या गर्भवती महिला के साथ-साथ शिशु के लिए भी अत्यंत लाभकारी होती है।
वरिष्ठ महिला एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. ममता दास ने इस अवसर पर गर्भावस्था में पौष्टिक आहार और नियमित व्यायाम की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि माता का शारीरिक स्वास्थ्य और भावनात्मक स्थिति शिशु के मानसिक और शारीरिक विकास पर गहरा असर डालते हैं।
डॉ. मानसी पत्तेवार ने गर्भ संस्कार से जुड़े मानसिक और आध्यात्मिक पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गर्भावस्था के दौरान सकारात्मक सोच, ध्यान और योग को अपनाकर शिशु के बेहतर विकास की दिशा में कदम बढ़ाए जा सकते हैं।
कार्यक्रम में हार्टफुलनेस संस्था से श्रद्धा दीदी ने गर्भवती महिलाओं को ध्यान का अभ्यास करवाया और मानसिक शांति एवं भावनात्मक संतुलन के लिए ध्यान को अत्यंत प्रभावी बताया।
इस अवसर पर अस्पताल प्रबंधन ने महिला स्वास्थ्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और बताया कि इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों से मातृत्व एक सशक्त और संतुलित अनुभव बन सकता है।