प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 12 मई 2025
नया रायपुर स्थित प्रतिष्ठित कलिंगा विश्वविद्यालय में सोमवार को सर्वश्रेष्ठ उच्च शिक्षा शिक्षक पुरस्कार 2025 कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य छत्तीसगढ़ सहित देशभर के उच्च शिक्षा संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों के नवाचार, समर्पण और शैक्षणिक उत्कृष्टता को पहचान और सम्मान देना था।
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन और अतिथियों के तिलक एवं गुलाब पुष्प से स्वागत के साथ हुई। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी ने स्वागत भाषण में विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, वहीं कुलपति डॉ. आर. श्रीधर ने “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में उन्नत शिक्षण कौशल” पर व्याख्यान दिया। भावनात्मक बुद्धिमत्ता पर एक प्रभावशाली सत्र डॉ. सुनयना शुक्ला ने प्रस्तुत किया।
इस प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोह के लिए कुल 200 से अधिक शिक्षकों ने पंजीकरण कराया था। प्रथम पुरस्कार (₹25,000) एनआईटी रायपुर के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दिलीप सिंह सिसोदिया को मिला। द्वितीय पुरस्कार (₹15,000) आईसीएफएआई विश्वविद्यालय, रायपुर की विधि संकाय प्रमुख डॉ. प्याली चटर्जी को तथा तृतीय पुरस्कार (₹10,000) मैट्स विश्वविद्यालय रायपुर के डॉ. शैलेश एम. देशमुख को प्रदान किया गया।
इसके अतिरिक्त ‘श्रेष्ठता योग्य शिक्षक’ श्रेणी में पांच शिक्षकों को ₹5,000 व स्मृति चिन्ह के साथ सम्मानित किया गया:
- डॉ. ज्योति वर्मा, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर
- डॉ. मनीष वर्मा, श्री दावरा विश्वविद्यालय, नया रायपुर
- श्री क्रांति कुमार देवांगन, एमिटी यूनिवर्सिटी, रायपुर
- डॉ. श्रद्धा नेटी, पशु चिकित्सा महाविद्यालय, दुर्ग
- डॉ. किरण बाला पटेल, गीतांजलि टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, पश्चिम बंगाल
अन्य सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर उनकी शैक्षणिक यात्रा की सराहना की गई।
पुरस्कार चयन के लिए मूल्यांकन मापदंडों में शोध पत्र, पुस्तक प्रकाशन, पेटेंट, शोध परियोजनाएं, एनपीटीईएल पाठ्यक्रम, और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रस्तुति शामिल थीं। निर्णायक मंडल में डॉ. राहुल मिश्रा, डॉ. विजयलक्ष्मी बिरादर और डॉ. आर. उदय कुमार शामिल थे।
इस संपूर्ण आयोजन का नेतृत्व विश्वविद्यालय के प्रवेश निदेशक अभिषेक शर्मा ने किया। आयोजन टीम में जे विशाल, नैना, सिमरन, जगदीश, प्रांजल, दिव्या, आकांक्षा दुबे और रुद्राणी आचार्य ने अहम भूमिका निभाई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. दीप्ति पटनायक और डॉ. निष्ठा शर्मा रहीं। समापन धन्यवाद ज्ञापन बीबीए चतुर्थ सेमेस्टर की छात्रा रुद्राणी आचार्य ने प्रस्तुत किया।
कलिंगा विश्वविद्यालय ने इस आयोजन के माध्यम से शिक्षा जगत में उत्कृष्टता के स्तंभों को सच्चे अर्थों में सम्मानित किया।