प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 17 मई 2025
राजधानी रायपुर में लंबे समय से अधूरे पड़े स्काई वॉक प्रोजेक्ट को लेकर एक बार फिर सियासत गरमा गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर स्काई वॉक निर्माण को पुनः शुरू करने की तैयारी होते ही कांग्रेस नेताओं की ओर से इस पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इस पर रायपुर पश्चिम के विधायक और पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत ने तीखा हमला बोला है।
प्रेस वार्ता में मूणत ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को कुछ समझ नहीं आता, वे बिना जानकारी के कुछ भी बोलते हैं। उन्होंने कहा कि स्काई वॉक परियोजना की शुरुआत 2016 में की गई थी। शास्त्री चौक, जयस्तंभ चौक से लेकर जेल चौक तक स्काई वॉक बनाने का प्रस्ताव बजट में पारित किया गया था। 2016-17 में एजेंसी से सर्वे कराकर आमजन, महापौर, सभापति और विधायकों से राय ली गई थी, जिसके बाद 17 दिसंबर 2017 को निर्माण कार्य शुरू किया गया।
उन्होंने बताया कि शुरू में केवल रेणुका जोगी ने सवाल उठाए थे, अन्य किसी ने कोई आपत्ति नहीं जताई थी। 2018 तक काम पूरा होना था, लेकिन सरकार बदलने के बाद कांग्रेस ने परियोजना को रोक दिया। कांग्रेस सरकार ने तीन स्तरों पर जांच बैठाई, जिसमें तत्कालीन कलेक्टर और सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता वाली समिति भी शामिल थी। सभी रिपोर्टों में यह स्पष्ट किया गया कि स्काई वॉक बनना चाहिए, लेकिन कांग्रेस ने रिपोर्टों को गंभीरता से नहीं लिया।
राजेश मूणत ने कहा कि कांग्रेस ने आरोप लगाए लेकिन EOW की जांच में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं पाया गया और क्लीनचिट दे दी गई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बिना आधार के 104 करोड़ खर्च होने की बात कही, जबकि तकनीकी रिपोर्ट में ऐसी कोई बात नहीं है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान मुख्यमंत्री साय और उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने इस प्रोजेक्ट पर ठोस कार्ययोजना तैयार की है और बचे हुए 37 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति भी जारी कर दी गई है। मूणत ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने इस प्रोजेक्ट का राजनीतिक दुरुपयोग किया जबकि भाजपा जनहित में कार्य करती है। उन्होंने दोहराया कि भ्रष्टाचार की जननी कांग्रेस को जनता ने सत्ता से बाहर कर दिया है और भाजपा की कार्यशैली पर जनता का विश्वास कायम है
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