इण्डेन ग्रामीण वितरक गैस एजेंसी की लापरवाही-सिलेंडर लेने लग रही लोगों की कतार, नहीं हो रहा नियमों का पालन, रसोई गैस लेने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन

छत्तीसगढ़

अजय कैवर्त्य

शिवरीनारायण 18 अप्रैल

 

 

 

बिर्रा- उज्जवला योजना के तहत गरीबों को मुफ्त गैस सिलेंडर देने के कारण गैस एजेंसी में भीड़ बढ़ गई है । गैस सिलेंडर मिलने के कारण उज्जवला योजना के लाभान्वित उपभोक्त गैस लेने के लिए टूट पड़ रहे हैं । यहां गैस एजेंसी के पास धारा 144 एवं लॉकडाऊन का खुलकर धज्जियां उड़ रही है । उपभोक्त गैस सिलेंडर की पर्ची कटवाते समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं । लोग एक दूसरे से सटकर खड़े रहते हैं । कई उपभोक्त तो मास्क लगाकर भी नहीं आते । जबकि शासन ने लोगों को मास्क या गमछा से चेहरा ढकना अनिवार्य कर दिया है । यहां गैस सिलेंडर लेने वाले उपभोक्त अलग-अलग गांव से आते हैं और गैस एजेंसी के पास एक दूसरे के सम्पर्क में रहते हैं जबकि यहां पर कौन कहां से आया है किसी को पता नहीं रहता । पड़ोसी जिले के कटघोरा में कई लोगों का कोरोना पाजिटिव मिलने के कारण प्रशासन सरल हो गया है । पुलिस द्वारा पाईलेटिंग कर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क लगाने की समझाईश दी जा रही है । लेकिन लोगों को इस समझाईश का कोई असर नहीं पड़ रहा है ।

गैस एजेंसी वाले ले रहे अधिक राशि

उज्जवला योजना के उपभोक्त से बहुत दिनो से कार्ड पर गैस रिफलिंग नहीं कराने के कारण कार्ड बंद होने का हवाला देकर उपभोक्ताओं से 200 रूपये कार्डचालू करने के नाम पर एजेंसी द्वारा लिया जा रहा है । उज्जवला योजना के उपभोक्त ने बताया कि सरकार द्वारा गैस सिलेंडर दिया गया है लेकिन पैसे कमी के कारण गैस नही भरा पाते । अभी कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन होने के कारण उज्जवला योजना वाले गैस सिलेंडर भरवाने के लिए सरकार द्वारा राशि दी जा रही है । गैस सिलेंडर को भरवाने के लिए एजेंसी आ रहे है तब पता चल रहा है कि एजेंसी द्वारा कार्ड में बहुत दिनो से गैस नहीं भरवाने के कारण कार्ड बंद हो की बात कहकर उसे चालू करने 2 सौ की मांग की जा रही हैं । ऐसे में उपभोक्ता अतिरिक्त रूपये देकर सिलेण्डर ले जाने को मजबूर हैं ।

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