कन्हैया तिवारी गरियाबन्द
21 अप्रैल2020
गरियाबन्द जिला के देवभोग (कोदोबेड़ा) निवासी एक पिता ने राजस्थान में फॅसे हुए अपने बेटे (प्रेमचंद्र पात्र) को घर वापस लाने की मांग कलेक्टर से की है,मामले में उन्होंने कलेक्टर श्याम धावड़े को आवेदन कर वस्तुस्थिति से अवगत करवाते हुए बेटे को सकुशल घर वापस लाने की गुहार लगाया है,
शोभाचंद्र पात्र ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि उनका बड़ा बेटा राजस्थान के ऐलेन(सत्यार्थ) में मेडिकल की पढ़ाई के लिए गया हुआ है, सम्पूर्ण भारत वर्ष मे अचानक लॉक डाउन होने के चलते मेरा बेटा घर नही पहुँच सका, और वह दादाबाड़ी के पास एक निजी मकान में फंसा हुआ है,वही दिन ब दिन कोरोना वायरस तेज़ी से पैर पसार रहा है, राजस्थान में भी मरीज पाए गए है,ऐसी स्थिति में बेटे की चिंता भी परिजनों को रह-रहकर सता रही है, आखिर कब आएगा मेरा बेटा।
MEDIA 24 से पिता ने किया अपना दर्द बयां-: शोभचंद्र पात्र ने MEDIA 24 को बताया कि मेरा बेटा लॉक डाउन के बाद से राजस्थान में फस गया है,वह बन्द कमरे में ही 24 घंटे रहने को मजबूर हो गया है,इसी के साथ ही मकान मालिक के सहयोग से बेटा पेट भर पा रहा है,सोभा के मुताबिक दस दिन पहले ही बेटे का राशन खत्म हो चुका था,ऐसे में मकान मालिक ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया और राशन देकर खाने का व्यवस्था करवाया,शोभाचन्द्र की माने तो एटीएम के माध्यम से बेटे को पैसा भेजने के बाद भी वह निकाल नही पा रहा है,लॉक डाउन के चलते बन्द कमरे में रहना उसकी मजबूरी बन गयी है,सोभा ने छत्तीसगढ़ शासन से भी मांग किया है कि उनकी तकलीफ को देखते हुए बेटे की घर वापसी के लिए मुख्यमंत्री जी आगे आये,
देवभोग की दो छात्राएं भी फसी राजस्थान में : वही दो अन्य छात्राएं भी मेडिकल की पढ़ाई के लिए राजस्थान गए हुए है,वे भी लॉक डाउन में फस गए है,यहां बताना लाज़मी होगा कि देवभोग ब्लॉक के दो अन्य छात्राएं भी कोटा में फस गए है,वे भी मेडिकल की पढ़ाई के लिए राजस्थान गए हुए है,उनके परिजनों ने भी आवेदन कर छात्राओं को वापस घर तक लाने की मांग की है,मामले में नीतू नेताम के पिता दिगो राम नेताम और लीना सोनवानी के पिता वीरेंद्र सोनवानी ने भी कलेक्टर को पत्र लिखकर गुहार लगाया है कि उनकी बेटियों को सकुशल घर वापस लाने की दिशा में उचित कदम उठाया जाए, जिससे बेटी घर आ जाये