कन्हैया तिवारी की रिपोर्ट
गरियाबंद 24 अप्रैल 2020/
जिले के गरियाबंद विकासखंड के ग्राम आमामोरा जो कि नक्सलियों का क्षेत्र माना जाता है लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा विगत दिवस शिविर लगाकर लोगो का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। संजय नेताम जिला पंचायत उपाध्यक्ष ने आमामोरा गांव का दौरा किया था एवं ग्रामीणों से हो रही परेशानी से रूबरू हुए वही कुछ लोगो की तबियत खराब की जानकारी मिलने के बाद उन्हें देखने भी गए और उसकी जानकारी प्रशासन को दी और आमामोरा के निवासियों को त्वरित इलाज का आश्वासन भी दिया गया था। जिसके बाद स्वास्थ विभाग की टीम संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन द्वारा तुरंत ग्रामीणों की स्वास्थ्य की जांच करने के लिए आमामोरा में शिविर लगाया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. नेतराम नवरत्न के निर्देशन में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कोसमी केे स्वास्थ्य अमले ग्रामीण चिकित्सा सहायक मनोज कर्ष एवं विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक शेखर सिंह ध्रुर्वे के नेतृत्व में 23 अप्रैल को आमामोरा में स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, मितानिन प्रशिक्षक, एवं मितानिनों के सहयोग से घर-घर सर्वे कार्य किया गया। इस दौरान कुल 78 लोगों का आरडी किट से मलेरिया जांच किया गया जिसमें 5 धनात्मक रोगी पाये गये। जिनका पूर्व से ही मलेरिया पाॅजीटिव रोगी होने के कारण उपचार किया जा रहा था। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ नेतराम नवरत्न ने बताया कि वे स्वयं भी ग्राम आमामोरा पहुंचकर गांव में भ्रमण कर स्वास्थ्य टीम को पीड़ितों के उपचार के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। पीड़ितों को मलेरिया खुराक की पूरी मात्रा नियमानुसार खाने का सलाह दिया और स्वास्थ्य संयोजको को मलेरिया पीड़ितों की सतत् निगरानी के निर्देश व लोगों को अपने घरों में एवं आसपास साफ-सफाई रखते हुए गड्डों में पानी जमा नहीं होने देने एवं बुखार लगने पर तत्काल मितानिन या ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक से मलेरिया जांच करवाने हेतु कहा गया। कोरोनो वायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग व लाॅकडाउन का पालन करने का सलाह दिया गया। लोगो को शुद्ध पेयजल का सेवन करने की समझाईश दी गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रत्येक सप्ताह झरिया कुंआ में ब्लीचिंग पाउडर द्वारा जल शुद्धिकरण कार्य किया जा रहा है। स्वास्थ्य शिविर में शेखर सिंह ध्रुर्वे बीपीएम, मनोज कर्ष आरएमए पीएचसी कोसमी, अनिल श्रीवास्तव, ज्ञानदास मानिकपुरी, गणेश देवांगन, दिलीप सेन, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, होरीलाल ठाकुर बीसी, नेकराम मितानिन प्रशिक्षक, उपस्थित थे।