प्रमोद मिश्रा
बालोद, 31 दिसंबर 2020
दम तोड़ रही इंसानियत जहरीली सी फ़िज़ा है …………..
जरा सोचिये आप भी हमने क्या आने वाले कल को दिया है ….
शायद यही वो शायरी है जो आज बालोद जिले में देखने को मिली जहां एक 1 साल का मासूम अपनी घायल माँ – बाप जो सड़क में पड़े थे उनसे लपेटकर रोता रहा लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की बल्कि उसकी तस्वीर लेने में व्यस्त रहे ।
बालोद जिले में इंसानियत को शर्मसार कर देनी वाली घटना सामने आई है। सड़क दुर्घटना में घायल एक दंपती का एक साल का बेटा खून से लथपथ माता-पिता से लिपटकर रोता रहा पर मौके पर खड़े लोग उसकी मदद करने की बजाय मोबाइल से फोटो खींचने में व्यस्त रहे। अगर दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचने में जरा सी भी देर हो जाती तो दोनों की जान भी जा सकती थी। बुधवार को बालोद धमतरी मार्ग में एक तेज रफ्तार मोटरसाइकिल सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई। जिससे पति-पत्नी बुरी तरह घायल हो गए। उनका एक साल का मासूम बच्चा भी दूर छिटक गया। हालांकि इस घटना में बच्चे को कोई चोट नहीं आई। लेकिन इस घटना में संजीवनी 108 के साथ ही तमाशबीन लोगों की भारी लापरवाही सामने आई। घटना की सूचना तत्काल मिलने के बाद भी आईडी लेने के चक्कर में संजीवनी 108 के आने का इंतजार करते रहे लेकिन समय पर एम्बुलेंस नहीं आने के कारण तत्काल निजी वाहन से दोनों घायलों को जिला अस्पताल बालोद लाया गया। जहां दोनों का प्राथमिक उपचार कर दोनों को हायर सेंटर रेफर किया गया।
कुछ को छोड़ तमाशबीन बने रहे लोग
भीड़ में कुछ ऐसे भी लोग थे जो घायल की मदद के लिए आगे आये लेकिन ज्यादातर लोग तमाशबीन ही बने रहे । सड़क दुर्घटना में घायल युवक का नाम भीखम उम्र 32 साल व उनकी पत्नी का नाम सावित्री उम्र 30 साल है। दोनों ग्राम सर्बदा निवासी है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ये दोनों अपने एक साल के बच्चे को मोटरसाइकिल में बिठाकर लाटाबोड़ आ रहे थे तभी करकाभाट के पास खड़े ट्रक से टकरा गए। मोटरसाइकिल के परखच्चे उड़ गए और तीनों 5 फीट दूर छिटक गए। घायल मां को देख बच्चा अपने मां के सीने लग कर रोता रहा। घटना स्थल में मौजूद भीड़ में कुछ ही लोगों ने इन घायलों का सहयोग किया लेकिन ज्यादातर लोग रूक कर मोबाइल में फोटो खींचने में व्यस्त रहे। दंपती सर्बदा से लाटाबोड़ एक पारिवारिक कार्य मे शामिल होने या रहे थे। तभी यह हादसा हो गया।