प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 24 मई 2021
Toolkit मामले पर अभी भी प्रदेश की राजनीति गर्म है । एक तरफ 18 मई को पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह के साथ संबित पात्रा पर FIR दर्ज की गई तो वहीं आज पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह के यहां पुलिस आज जांच करने पहुँची । सिविल लाइंस थाने के प्रभारी, के अलावा दौ अन्य इंस्पेक्टर CSP नसर सिद्दीकी के साथ पहुंचे थे। ये सभी अंदर दाखिल हुए। 10 मिनट के पहले ही कुछ कागज लेकर बाहर आ गए और पुलिस लौट गई।
क्या हुआ बंद कमरे के अंदर?
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक डॉ रमन सिंह से पुलिस अफसरों ने जब उनके घर में मुलाकात की तो डॉ रमन सिंह ने पुलिस की कार्रवाई पर ही सवाल उठाए उन्होंने कहा कि मैंने जो किया सब मेरे ट्विटर पर सार्वजनिक रूप से है। मेरी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है बिना मेरा बयान लिए शुरूआती जांच के अभाव में आप लोगों ने FIR दर्ज कर ली। अफसरों ने कहा कि जांच चल रही है।
इसके बाद रमन सिंह से उनके ट्विटर अकाउंट का एक्सेस पुलिस ने मांगा जिसे देने से डॉ रमन सिंह ने ये कहते हुए इनकार कर दिया कि वो उनकी बेहद पर्सनल अकाउंट है, अपनी प्राइवेसी वो शेयर नहीं कर सकते। पुलिस ने पहले ही 4 सवाल डॉ रमन को भेजे थे। सभी का लिखित जवाब डॉ रमन ने पहले ही तैयार रखा था, इसके बाद पुलिस के अफसर लौट गए ।
पुलिस के सवाल और डॉ. रमन सिंह के जवाब
जिस अकाउंट की शिकायत मिली है, क्या वो ट्विटर अकाउंट आपका है ?
– जी हां वह ट्विटर अकाउंट मेरा पर्सनल है ।
आपके टि्वटर अकाउंट का एक्सेस बताएं?
– मेरा ट्विटर पेज एवं उसमें पोस्ट किए गए मैसेज और कमेंट सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है, उसको आपके द्वारा किसी भी प्लेटफार्म पर पढ़ा जा सकता है। मेरे ट्विटर अकाउंट में व्यक्तिगत जानकारियां हैं, इसलिए अकाउंट के चाहे गए एक्सेस कानूनी तौर पर आपको देना सही नहीं, उससे मेरी निजता के मौलिक अधिकारों का हनन होगा।
आप को एआईसीसी रिसर्च प्रोजेक्ट व कांग्रेस का दस्तावेज कहां से मिला ?
– 18 मई को जो दस्तावेज मैंने पोस्ट किए हैं वह पहले से ही सार्वजनिक रूप से उपलब्ध थे और प्रसारित हो रहे थे।
कांग्रेस टूलकिट एक्सपोज्ड हेशटैग का प्रयोग करते हुए आपके द्वारा अन्य आरोपियों (संबित पात्रा) से किए गए संचार-संवाद के संबंध में जानकारी ?
– हेशटैग से जुड़े जो संचार संवाद हुए हैं वह सभी मेरे ट्विटर पेज पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं।
डॉ रमन सिंह ने लगाया आरोप -कांग्रेस के लिए काम कर रही पुलिस
डॉ रमन सिंह ने FIR पर अपना आधिकारिक बयान देते हुए कहा कि मैंने 18 मई को जो ट्वीट किए वह मेरे विचारों की अभिव्यक्ति है। मुझ पर की गई FIR आधारहीन है। मेरी आवाज को दबाने का जो प्रयास किया जा रहा है, वह निहायती असंवैधानिक और निंदनीय है। जिस प्रकार से प्रश्न मुझसे पूछे गए हैं, उसे प्रदर्शित होता है कि यह कार्रवाई कांग्रेस पार्टी के झूठे साख को बचाने के लिए पुलिस के शक्तियों का दुरुपयोग किया गया है। यह केस मुझे व्यक्तिगत रूप से प्रताड़ित कर डराने एवं मेरी आवाज को दबा कर राजनीतिक द्वेष से मेरी छवि को धूमिल करने के लिए किया जा रहा है ।
बहरहाल इस मुद्दे पर बीजेपी के साथ डॉ रमन सिंह के लिए अच्छी बात यह है की इस मुद्दे पर बीजेपी के कार्यकर्ताओं से लेकर बड़े नेता डॉ रमन सिंह के साथ दिख रहे है और सभी इस FIR के खिलाफ प्रदर्शन भी कर रहे है ।