शराब दुकान खुल सकता है तो धार्मिक जगह क्यों नहीं ?हिन्दू , मुस्लिम और सिक्ख समाज के प्रतिनिधियों ने धार्मिक संस्थानों को खोले जाने की मांग को लेकर कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन,

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खोमन साहू

 

 

 

रायपुर 4 जून

धार्मिक संस्थानों को खोलने की मांग को लेकर सामाजिक सन्स्था नवसृजन मंच के नेतृत्व में हिन्दू मुस्लिम और सिक्ख समाज के प्रतिनधि मंडल ने जिले के एडिशनल कलेक्टर सन्दीप अग्रवाल से मुलाकात कर ज्ञापन सौपा गया उल्लेखनीय है की कोरोना वैश्विक महामारी से पूरा प्रदेश कठिन परिस्थितियों से गुजरा है लेकिन पिछले कुछ समय से स्थिति लगभग सामान्य है जिला प्रशासन द्वारा सामान्य स्थिति को देखते हुए लगभग सभी बाजार और अन्य सभी प्रतिस्ठान खोल दिये गए शॉपिंग मॉल बाजार शादी घर और तो और अंग्रेजी और देशी शराब दुकान बार होटल सभी को खोलने की अनुमति दे दी गई शराब दुकानों को तो दो कदम आगे बढ़कर रात 10 बजे तक खोलने का सरकारी आदेश भी जारी कर दिया गया लेकिन धार्मिक संस्थानों के साथ दोहरा मापदंड क्यो अपनाया जा रहा है ।

 

 

समझ से परे है मंदिर मस्जिद गुरूद्वारे चर्च यह धार्मिक आस्था के केंद्र है सारी सामाजिक गतिविधियों के केंद्र बिंदु है कोरोना जैसी आपदा में यह केंद्र जरूरतमन्दों के सहायता के केंद्र बिंदु रहे है ऐसे में यह महज समझ कर की धार्मिक संस्थान खोलने से कोरोना फैलेगा समझ से परे है धार्मिक संस्थानों में पूजा पाठ कर जीवन यापन करने वाले भी जुड़े रहते है उनका भी अपना परिवार है पिछले लंबे समय से उन्हें भी आर्थिक कठिनाई से जूझना पड़ रहा है फिर भी यदि प्रशासन को लगता है की धार्मिक संस्थान खोलना उचित नही तो विकल्प स्वरूप मंदिर और गुरुद्वारे सुबह और शाम की पालियों में खोलने की अनुमति देवे मस्जिद में जुमे की नमाज के लिए शुक्रवार को अनुमति और चर्च में रविवार की प्रार्थना के लिए अनुमति देकर कानून के पालन की स्थिति को बहाल किया जा सकता है ज्ञापन देने के दौर समाज के प्रतिनधि मंडल हिन्दू समाज से राजू महाराज सिक्ख समाज से अमरजीत सिंह छाबड़ा मुस्लिम समाज से सैय्यद रजा उपस्थित थे।

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