प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 25 जुलाई 2022
छत्तीसगढ़ में आज से लगभग सभी विभाग के अधिकारी और कर्मचारी हड़ताल पर जा रहे हैं । लगभग 75 कर्मचारी-अधिकारी संगठन इस हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं । दरअसल, हड़ताल की शुरुआत 25 जुलाई यानी आज से लेकर 29 जुलाई तक रहेगी । ऐसे में सभी सरकारी दफ्तरों में कामकाज पूरी तरीके से प्रभावित होने की पूरी संभावना है ।
वहीं सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के आंदोलन में जाने से पढ़ाई भी पूरी तरीके से प्रभावित रहेगा । साथ ही अस्पताल में डॉक्टर और नर्स के भी आंदोलन में जाने से अस्पताल का कामकाज पूरी तरीके से प्रभावित रहेगा । आपको बताते चलें कि इस निश्चित कालीन हड़ताल को लगभग 75 संगठनों ने समर्थन दिया है । शासकीय अधिकारी-कर्मचारी अर्ध शासकीय अधिकारी – कर्मचारी के साथ सफाई कर्मी, स्टाफ नर्स से लेकर राजपत्रित अधिकारी भी इस हड़ताल का हिस्सा बन रहे हैं ।
कर्मचारी अपने महंगाई भत्ते और गृह भत्ते को बढ़ाने की मांग सरकार से कर रहे हैं । दरअसल, अधिकारी-कर्मचारी संगठनों ने पहले ही कह दिया था कि वह 25 जुलाई से लेकर 29 जुलाई तक हड़ताल पर रहेंगे । अब हड़ताल की शुरुआत आज से हो रही है । ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि विधानसभा में विपक्ष के सवालों का जवाब सरकार कैसे देती है? क्योंकि यह तो तय है कि विधानसभा में हड़ताल का मुद्दा जोर-शोर से उठने वाला है और विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की भरपूर प्रयास करेगी ।
इस बार की हड़ताल के चलते निजी विश्वविद्यालयों ने भी अपनी परीक्षा स्थगित कर दी है, तो वहीं बिलासपुर में मेडिकल बोर्ड की बैठक इस आंदोलन के चलते रद्द कर दी गई है । छत्तीसगढ़ के इतिहास में इतना बड़ा आंदोलन पहली बार हो रहा है जब लगभग सभी विभागों के कर्मचारी- अधिकारी हड़ताल पर हैं । ऐसे में आम जनता को 1 सप्ताह तक मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा । वही शिक्षकों के आंदोलन में शामिल होने से पढ़ाई पूरी तरीके से प्रभावित रहेगा साथ ही स्कूल में सफाई कर्मचारियों के भी हड़ताल में जाने से स्कूल की साफ सफाई की व्यवस्था पूरी तरीके से चरमरा सकती है । बच्चों को मध्यान्ह भोजन भी नहीं मिल पाएगा । ऐसे में दिलचस्प होगा कि सरकार इस विषय पर क्या निर्णय लेती है ।