■ महिलाओं के साथ स्कूली बच्चे कर रहे प्रदर्शन
■ पिछले 6 दिनों से अपनी चिता बनाकर भूख हड़ताल पर बैठा युवक
प्रमोद मिश्रा
बिलासपुर, 01 दिसंबर 2022
छत्तीसगढ़ की राजधानी में शराब दुकान को बंद कराने की मांग को लेकर महात्मा गांधी की वेशभूषा में बैठे युवक से युवक ने मारपीट कर दी , जिसकी वजह से जमकर बवाल हो गया। दरअसल, मोहल्लेवासियों के साथ समाजसेवी युवक संजय आयल सिंघानी पिछले 6 दिनों से अपनी चिता बनाकर भूख हड़ताल पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
गुरुवार की सुबह अचानक बाइक सवार युवक आया और उन पर बेल्ट से हमला कर दिया। उसे देखकर मौजूद आरक्षक ने बीच-बचाव किया और युवक को पकड़ लिया। इससे आक्रोशित मोहल्ले वासियों ने युवक को घेर लिया और उसकी पिटाई शुरू कर दी। तब युवक को बचाकर हिरासत में लिया गया। पूरा मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।
दरअसल, बिलासपुर नगर निगम के सरकंडा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 63-65 अरविंद नगर बंधवापारा में शराब दुकान संचालित है, जिस जगह पर शराब दुकान है, वहां से 50 मीटर के दायरे में स्कूल है और रिहायशी इलाका है। शराब दुकान के कारण चौक में चखना दुकान लगता है और शराब और शरारती तत्वों की भीड़ जुटी रहती है। इसके चलते आए दिन मारपीट, चाकूबाजी के साथ ही छेड़खानी जैसी घटनाएं होती रहती है। वहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा भी लगा रहता है। लिहाजा, मोहल्लेवाले शराब दुकान को हटाने की मांग कर रहे हैं।
9.30 बजे आया अचानक आया युवक, बेल्ट से मारने लगा
गुरुवार की सुबह संजय आयल धरना स्थल पर बैठकर धूप ताप रहे थे। इस दौरान उनके सहयोगी प्रदर्शनकारी भी टाइलेट गए थे। हालांकि, पुलिसकर्मी बैठा हुआ था। तभी बाइक सवार युवक आया और संजय से बात करने लगा। बात करते-करते उसने अचानक बेल्ट निकालकर उनकी पिटाई शुरू कर दी, जिसे देखकर मोहल्ले की महिलाएं दौड़ते आईं और बीच-बचाव किया। इसके बाद पुलिस ने युवक को दबोच लिया।
पुलिस पर बरसीं महिलाएं, प्रशासन के खिलाफ बढ़ रहा आक्रोश
शराब दुकान को मोहल्ले से हटाने को लेकर महिलाएं पिछले छह दिनों से हड़ताल पर हैं। इस दौरान गांधी बने युवक के साथ महिलाएं और मोहल्ले के युवकों के साथ ही स्कूली बच्चे भी प्रदर्शन कर रहे हैं। यह आंदोलन पिछले छह दिन से चल रहा है। लेकिन, अभी तक प्रशासन ने उनकी कोई सुध नहीं ली है। यहां तक प्रशासनिक अमला भी वहां नहीं पहुंचा है। इधर, गुरुवार की सुबह भूख हड़ताल पर बैठे युवक पर हमला कर दिया गया, जिससे महिलाओं का गुस्सा पुलिस पर भड़क गया। उनका कहना था कि छह से हडंताल चल रहा है और सुरक्षा व्यवस्था तक नहीं की गई है। इस दौरान महिलाओं और पुलिसकर्मियों के बीच तीखी बहस भी हुई।