प्रमोद मिश्रा, 27 जून 2023
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां एक तरफ संयुक्त राज्य अमेरिका की अपनी बेहद सफल यात्रा के साथ वैश्विक सुर्खियां बटोरी हैं, तो वहीं पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अल्पसंख्यक अधिकारों के प्रति भारत के दृष्टिकोण पर अपनी एक गलत टिप्पणी से खुद को आलोचना का शिकार बना लिया है. भारत में मुस्लिमों के साथ व्यवहार को लेकर बराक ओबामा की टिप्पणियां भारत जनता पार्टी के नेताओं को पसंद नहीं आई हैं.
खासकर ऐसे समय में जब पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस में लोकतांत्रिक अधिकारों पर सर्वकालिक प्रभावशाली भाषण दिया, तब पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की टिप्पणियां सामने आई थीं. इस पर भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा सहित कई भाजपा नेताओं ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान की आलोचना की और उन्हें आईना दिखाया.
ओबामा खुद सोचें कि कितने मुस्लिम देशों पर किया था हमला
इस क्रम में शामिल होते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने कहा कि ओबामा को भारत के ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के दर्शन को याद रखने की जरूरत है, जिसका अनुवाद है “दुनिया एक परिवार है.” राजनाथ सिंह ने ओबामा को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में कहा, ‘ओबामा को यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जो दुनिया में रहने वाले सभी लोगों को परिवार का सदस्य मानता है… उन्हें अपने बारे में भी सोचना चाहिए कि उन्होंने कितने मुस्लिम देशों पर हमला किया है.’
ओबामा प्रशासन में मुसलमानों के साथ व्यवहार पर निर्मला सीतारमण
इससे पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारतीय मुसलमानों पर टिप्पणी की है, लेकिन उनके शासन काल में ‘छह मुस्लिम-बहुल देशों पर 26,000 से अधिक बम फेंके गए थे.’ उन्होंने कहा था कि ‘…. मैं सावधानी से बोल रही हूं, हम अमेरिका के साथ अच्छी दोस्ती चाहते हैं. लेकिन वहां से भारत की धार्मिक सहिष्णुता पर टिप्पणियां आती हैं. शायद उसकी वजह से 6 मुस्लिम बहुल देशों पर बमबारी हुई… सीरिया से यमन तक… 26,000 से अधिक बम गिराए गए.’