नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के कई इलाके इन दिनों यमुना की बाढ़ में डूबे हुए हैं। ITO से लेकर राजघाट तक पानी ही पानी है।। कनेक्टिविटी प्रभावित है। लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि शुक्रवार से यमुना के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है। माना जा रहा है कि आज शाम तक यमुना का जल स्तर और घट जाएगा और दिल्ली में बाढ़ से राहत मिलेगी। दिल्ली में यमुना के बाढ़ के असर से जुड़ी 10 बड़ी बातें हम आपको बता रहे हैं।
1. 206 मीटर पर जलस्तर
यमुना में खतरे का निशान 205.33 मीटर पर है। अब पानी कम होने लगा है तो माना जा रहा है संडे तक वॉटर लेवल 206 मीटर तक रह जाएगा। ऐसे होने पर यमुना का पानी शहर में नहीं घुसेगा और यमुना में गिरने वाले नाले भी बैक नहीं मारेंगे।
2. बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने दिल्ली में शनिवार को बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके बाद बारिश एक दो दिन के लिए हल्की पड़ेगी। 17 जुलाई से एक बार फिर बारिश बढ़ेगी। दिल्ली में होने वाली बारिश से यमुना का वॉटर लेवल फिर नहीं बढ़ेगा।
3.यमुना में आई बाढ़ के बाद नालों के ओवरफ्लो होने के बीच शुक्रवार को एलजी विनय सक्सेना और सीएम अरविंद केजरीवाल दोनों साथ मिलकर हालात का जायजा लेते दिखाई दिए। उन्होंने उस जगह का दौरा भी किया, जहां रेगुलेटर खराब हुआ था।
4.बाढ़ का मुकाबला करने के लिए बाकी एजेंसियों के साथ आर्मी की टीमें भी मदद कर रही हैं। आर्मी की टीमें पुराने गेटों को वेल्डिंग करके ठीक करने का प्रयास भी कर रही हैं। इसकी मदद से पानी के बहाव रोका जा सकेगा, ताकि शहर में पानी जमा न हो।
5.ईस्ट दिल्ली से सेंट्रल दिल्ली को जोड़ने वाली प्रमुख सड़कें बंद करनी पड़ी हैं। यमुनापार के लोगों को काफी घूम कर आना पड़ रहा है, जिससे जाम लग रहा है। लोग मेट्रो से आना पंसद कर रहे हैं। पिछले तीन दिनों में रोज 60 लाख से ज्यादा लोगों ने मेट्रो में सफर किया है।
6.बाढ़ की स्थिति को देखते हुए यमुना किनारे कई जगहों पर लोगों को रेस्क्यू करके लाया जा रहा है और वहां पर कैंप बनाकर रखा जा रहा है। हालांकि ज्यादातर कैंपों की हालत अच्छी नहीं है। टैंकर से पीने का पानी आ रहा है। बाकी सुविधाओं की भी बहुत कमी है।
7.बाढ़ से प्रभावित इलाकों में ज्यादातर दुकानों में पानी भर गया है। गांधी नगर मार्केट में ग्राउंड फ्लोर पर बनी दुकानों को खाली करा लिया गया है। यमुना बाजार और कश्मीरी गेट के कुछ बाजारों में दुकानों में रखे सामान को भारी नुकसान हुआ है।
8.बारिश और बाढ़ के चलते रास्तों में फंसे सब्जियों से लदे ट्रक शुक्रवार को आजादपुर, गाजीपुर समेत कई सब्जी मंडियों में पहुंचे। इसकी वजह से मंडी में सब्जियों की सप्लाई अधिक हो गई और गोभी से लेकर शिमला मिर्च, बींस की कीमत में काफी गिरावट आई है।
9.शुरू में जहां हथिनीकुंड बैराज से 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था, वहीं शुक्रवार को औसतन 40 हजार क्यूसेक पानी ही छोड़ा गया। इसका मतलब है कि कल यमुना का जलस्तर काफी कम कम हो जाएगा और दिल्ली को बहुत बड़ी राहत मिलेगी।