प्रमोद मिश्रा
रायपुर, 28 जुलाई 2023
आप जरा सोचिए कि अगर किसी बाप के जवान बेटे की मौत सड़क दुर्घटना में हो जाती है और बेटे को मुखाग्नि देने के बाद पुलिस घर में पहुंच जाती है और कहती है कि तुम्हारे बेटे की बीमा की राशि लेनी हो, तो 1 लाख रुपया दो वरना हम रिपोर्ट गलत बना देंगे । ऐसी स्थिति में एक बाप के मुंह से सरकारी सिस्टम के लिए हे राम! ही निकलता होगा । दरअसल, इन तमाम बातों को हम नहीं बल्कि सड़क दुर्घटना में अपने जवान बेटे को खोए गिधौरी थाना के बलौदा निवासी रामचंद्र पटेल कह रहे हैं, जिनके बेटे मनोज पटेल की मौत सड़क दुर्घटना में हो गई । रामचंद्र पटेल का कहना है कि उनके बेटे मनोज पटेल झबड़ी – मड़कड़ा मार्ग में 01 दिसंबर 2022 को सड़क दुर्घटना का शिकार हो गया और बाद में ईलाज के बाद उसकी मौत हो गई ।
क्या था मामला?
रामचंद्र पटेल ने बताया कि उनके बेटे ने उनको बताया कि रामचंद्र पटेल (मनोज का दोस्त) बाइक को लापरवाही पूर्वक चला रहा था जिससे बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई और गिरने के बाद मौके से रामचंद्र पटेल और संतोष नाई फरार हो गए । रामचंद्र पटेल ने बताया कि उसने अपने बेटे का इलाज बलौदाबाजार और रायपुर कराया । ईलाज कराने के बाद अपने बेटे को 17 दिसंबर 2022 को ले आया और 23 दिसंबर को उसकी मौत हो गई ।
रामचंद्र पटेल का आरोप है कि जब उसका मामला कसडोल थाना पहुंचा, तो पुलिस आरक्षक जगदीश राठौर और बंजारे उसके घर दो से तीन बार पहुंचे और एक हफ्ते बाद कसडोल थाने बुलाकर थाने के पीछे ले जाकर कहा कि तुम्हारे बेटे का बीमा का 15 से 20 लाख मिलेगा, लेकिन उससे पहले तुम्हें 1 लाख रुपए नगद देना पड़ेगा । रामचंद्र पटेल का आरोप है कि पुलिस के दोनों जवानों ने उनसे ये भी कहा कि पैसा नहीं दोगे, तो रिपोर्ट गलत बना देंगे । रामचंद्र पटेल ने बताया कि उसके पास पैसा नहीं था, इसलिए पुलिस वालों को नहीं दे पाया और इसलिए पुलिसवालों ने गलत रिपोर्ट बना दिया ।
जिले के पुलिस कप्तान से की शिकायत
रामचंद्र पटेल ने इसकी शिकायत जिले के पुलिस कप्तान दीपक झा से 13 फरवरी 2023 को की है, लेकिन अभी तक उनको न्याय नहीं मिल पाया है ।
क्या कहना है पुलिस कप्तान का?
इस मामले को लेकर मीडिया24 न्यूज की टीम ने जिले के पुलिस कप्तान दीपक झा से बात की। मामले को लेकर दीपक झा ने कहा कि