प्रमोद मिश्रा
भाटापारा, 28 मई 2024|
भाटापारा कृषि उपज मंडी में फैली अवस्था एवं किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल पाने तथा सीधी खरीदी के मामलों को गंभीरता से लेते हुए राज्य शासन के उपज मंडी बोर्ड एमडी, प्रबंध संचालक ने भाटापारा सचिव को मामले में कारण बताओं नोटिस जारी किया है और पूरे मामले में जवाब देने के लिए कहा है। बता दे कि बीते दिनों प्रमुखता से इस समाचार को प्रकाशित किया था कि भाटापारा कृषि उपज मंडी सीधी धान खरीदी को रोकने में असफल साबित हो रही है। मामले को पूरी गंभीरता से लेते हुए राज्य शासन के कृषि मंडी बोर्ड ने भाटापारा कृषि उपज मंडी के सचिव से जवाब तलब किया है। वहीं दूसरी ओर अभी भी किसान बेहद परेशान है दो-दो दिनों तक उनकी उपज कृषि उपज मंडी प्रांगण के अंदर घुस नहीं पा रही है जिसके कारण उन्हें मजबूरी में अपनी उपज को सीधे मिल मालिकों व्यापारियों और बिचौलियों और धान का स्टॉक करने वाले लोगों को बेचना पड़ रहा है। इसमें उन्हें कम कीमत भी मिलने की संभावना पूरी बनी हुई है । अभी भी रोजाना बड़ी मात्रा में सीधी खरीदी जारी है। इस मामले में कृषि उपज मंडी के सचिव के कान में जु तक नहीं रेंगी है।
भाटापारा कृषि उपज मंडी का प्रशासन पूरी तरीके से व्यवस्था को बनाने में असफल साबित हो रहा है या यह कहे कि अप्रत्यक्ष रूप से किसानों को अपनी उपज सीधे बेचने के लिए मजबूर कर रहा है। बता दे कि इन दिनों भाटापारा कृषि उपज मंडी में गर्मी के धान की फसल की बंपर आवक हो रही है और हर कोई किसान अपने उपज शीघ्र बेचने की जल्दी में है और मंडी की व्यवस्था ऐसी है कि दो दो दिनों तक गाड़ी अंदर नहीं हो पा रही है। पूरे रास्ते में मंडी प्रांगण के बाहर दोनों साइड गाड़ियों की लंबी कतार है इससे अन्य व्यवसाय करने वाले मंडी प्रांगण के बाहर की दुकानदारों को अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और उनके व्यवसाय पर भी बुरा असर पड़ रहा है पर इन सब से भाटापारा मंडी को क्या मतलब उनका काम तो अपने हिसाब से चल ही रहा है। सूत्र बताते हैं कि जितना धान मंडी प्रांगण के अंदर बिक रहा है करीब उतना ही धान मंडी प्रांगण के बाहर-सीधे भी बिक रहा है इससे राज्य सरकार को राजस्व की हानि हो रही है और किसानों को उचित मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है। इस सब मामले को देखते हुए मंडी बोर्ड के एमडी ने भाटापारा मंडी से स्पष्टीकरण मांगा है।
नोटिस जारी
किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले। उनकी उपज कृषि उपज मंडी के प्रांगण में ही बिके। यह शासन का प्रथम लक्ष्य है। मामले के संदर्भ में भाटापारा मंडी सचिव को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया।