ब्यूरो रिपोर्ट
उज्जैन, 26 मार्च 2024|मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन में महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान आग लगने की घटना हुई, जिसमें पुजाारियों सहित कुल 14 लोग झुलस गए थे. इसमें घायल हुए पुजारियों और मंदिर के कर्मचारियों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया. इसके बाद आठ घायलों को इलाज के लिए इंदौर भेजा गया. हादसे की खबर सुनने के बाद सूबे के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने पहले से निर्धारित कार्यक्रम रद्द करते हुए घायलों का हाल-चाल जानने जिला अस्पताल पहुंचे. इस दौरान उन्होंने घायलों को मुआवजा देने का भी ऐलान किया है.
घायलों से मिलने के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव महाकाल मंदिर के दर्शन के लिए निकले. सीएम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं दुखद घटना से रूबरू हुआ. शहर में यह त्यौहार मनाने की परंपरा पुरानी है और हमेशा बहुत अच्छे से मनाया जाता है लेकिन आज जो घटना हुई है, वो बहुत दुखद है. महाकाल की कृपा से कोई बड़ा हादसा नहीं हुई.
घायलों को एक-एक लाख रुपए मुआवजा
सीएम मोहन यादव ने बताया कि सरकार ने अपने स्तर पर प्रशासन के माध्यम से चर्चा करके फैसला लिया है कि इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच होनी चाहिए और जल्द से जल्द निष्कर्ष निकलना चाहिए. जो लोग घायल हुए हैं, उनका पूरा इलाज करेंगे और सभी घायलों को एक-एक लाख रुपए दिए जाएंगे. उन्होंने आगे बताया कि इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से फोन पर मेरी बातचीत हुई है, उन्होंने घायलों के साथ संवेदना व्यक्त की है. प्रधानमंत्री ने कहा है कि आप पूरी जांच भी करवाइए और भविष्य में ऐसी घटना ना हो, इसके संबंध में प्रबंध भी करिए.
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने हादसे पर जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उज्जैन के महाकाल मंदिर में हुई दुर्घटना में अनेक लोगों के घायल होने का समाचार अत्यंत दुखदाई है. मैं घायल हुए सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.
मंदिर में घटना होने के बाद उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया था कि सुबह भस्म आरती के दौरान जब पूजा चल रही थी, उस वक्त आग लगने का मामला सामने आया है. हादसे में घायल हुए लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया और इलाज चल रहा है. इसमें एक जांच की जाएगी. प्रारंभिक तौर पर किन पदार्थों की वजह से ये आग भड़की है, इसकी जांच की जाएगी.